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rajasthani winter poem -जाड़ो (ठंडा मौसम)

Written By Unknown on Tuesday, January 14, 2014 | 11:00 PM

ठरगा भायला जाड़ा म
सूरज बड़गो खाडा म

पिसा लागै दवायां का
और दशमूल का काड़ा में
ठरगा भायला जाड़ा म


दुबला को बैरी है यो
क्यूँ कोण कर ठाडा म
ठरगा भायला जाड़ा म

टीबा पर चाले आथूणी
म्हे बच रिया हाँ आडा म
ठरगा भायला जाडा म


कई जिनावर बिल म बडग्या
कई छापलरया ढाँढाँ म
ठरगा भायला जाडा म

बावरिया रोही म कुरलावै
लुहार सीसाव गाडा म
ठरगा भायला जाडा म

लेखक : गजेन्द्र सिंह शेखावत 
Gyan darpan

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1 comments:

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